प्रखर राष्ट्रवाद न्यूज कोरबा:- डॉक्टरों को भगवान का दर्जा देना कहां तक सही है,आए दिन हॉस्पिटलों में नियमों और मानवता को दरकिनार कर सिर्फ पैसों के लिए कार्य किया जाता है,
अगर आप गरीब हैं?पैसे नहीं हैं तो ना जाएं निजी हॉस्पिटल,क्योंकि सिर्फ पैसों के लिए जीने वाले डॉक्टर साहब और निजी हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा आपके जान से लापरवाही बरती जाएगी जिससे आपकी मृत्यु भी हो सकती है
गीता देवी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान लापरवाही,और गलत इंजेक्शन के कारण पहाड़ी कोरवा की मौत हो गई थी,कोरबा पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देशानुसार रामपुर पुलिस गीता देवी हॉस्पिटल के विरुद्ध
धारा 304(ए) भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना किया जा रहा है।
यद्यपि प्रशासन द्वारा हॉस्पिटल प्रबंधनों के खिलाफ ढीला रवैया बरते जाने,और ठोस कार्यवाही न हो पाने ने व्यवसायी डॉक्टरों और हॉस्पिटल प्रबंधनों का मनोबल चरम पर है यही कारण है नियम कानून को तक में रखकर बेख़ौफ़ होकर लोगों के जान से खिलवाड़ करते हैं,प्रशासन को चाहिए की इन हॉस्पिटल माफियाओं के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही करें।
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