
प्रखर राष्ट्रवाद न्यूज कोरबा/छत्तीसगढ़ :-छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे भारतवर्ष में प्रसिद्ध वेदांता समूह की भारत एल्युमिनियम कंपनी बालको ने लगभग 30 हजार बालको नगरवासी व 100 अधिवक्ताओं के जीवन को दरकिनार कर अपने कार्य क्षेत्र के विस्तार से प्राप्त आर्थिक उन्नति को ही प्राथमिकता देने कोरबा -बालको मुख्यमार्ग पर एकाधिकार स्थापित कर मुख्यमार्ग के सामने ही मिक्सिंग प्लांट व वाहनों का यार्ड बनाया गया है,साथ ही भारी वाहनों के परिचालन की भी कोई तय समय सीमा नहीं है।यही कारण है कि इस मार्ग में आए दिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है।

ततसंबंध में बालको में निवासरत अधिवक्ता रघुनंदन ठाकुर ने भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करते हुए कहा है कि बालको कंपनी के कारण सड़क पर जाम और खतरे की आशंका सदैव बनी हुई रहती है,
बालको नगर के मुख्य मार्ग पर बालको कंपनी के कार्य विस्तार के कारण वाहनों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। ये मार्ग न केवल 30 हजार से अधिक नागरिकों के लिए बल्कि लगभग 100 अधिवक्ताओं के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह मार्ग अब बंद होने के कगार पर है, जिसके कारण जनता और अधिवक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोग इस मार्ग का इस्तेमाल करने में डर रहे हैं, क्योंकि बालको ने अपने कार्य क्षेत्र का विस्तार करते हुए मुख्य मार्ग पर अवरोध डाल दिया है। अब, इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों के लिए जाम और दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है।
रघुनंदन ठाकुर ने बताया कि बालको कंपनी ने इस मार्ग पर एक मिक्सिंग प्लांट और बड़े वाहनों के लिए यार्ड बना दिए हैं, जिससे ट्रैफिक की स्थिति और भी खराब हो गई है। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने अपने कर्मचारियों के आने-जाने के लिए एक नया प्रवेश द्वार भी खोल दिया है, जिससे सड़क पर भारी भीड़ और परेशानी हो रही है।उन्होंने इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया तो वे इसे न्यायालय में ले जाएंगे और प्रशासन को इसका जिम्मेदार ठहराएंगे।

देश में सुप्रसिद्ध वेदांता समूह की भारत एल्युमिनियम कंपनी बालको
क्या सारे नियम कायदों को ताक पर रखकर अपना कार्य विस्तार करेगी?
क्या बालको कंपनी नगर वासियों के जान को जोखिम में डालकर अपनी कंपनी का विस्तार करेगी?
क्या बालको कंपनी के लिए मानव जीवन का किंचित मात्र भी कोई मायना नहीं शिवाय कंपनी को लाभ देने के?
क्या छत्तीसगढ़ शासन -और कोरबा जिला प्रशासन के लिए बालको नगर वासियों की जान की कोई कीमत नहीं?
क्या बालको के लगभग 30 हजार नगरवासी व प्रत्येक कार्य दिवस न्यायालय आने वाले 100 अधिवक्ताओं की सुध लेगी कोरबा जिला प्रशासन?
आखिर वेदांता समूह की भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड बालको अपने मनमाना रवैए से कब बाज आयेगी?
क्या बालको कंपनी को अब मानव जीवन की कुछ फिक्र करेगी या सिर्फ कंपनी के विस्तार की नीति को प्राथमिकता देगी?
क्या कोरबा जिला प्रशासन व बालको कंपनी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में हैं?
आखिर कब सुधरेगी बालको कंपनी या सिर्फ लोगों को करेगी परेशान?
क्या प्रखर राष्ट्रवाद न्यूज (वेबपोर्टल)में खबर प्रकाशन के बाद जिला प्रशासन कोरबा,बालको नगरवासियों की तमाम परेशानियों को ध्यान में रखकर बालको कंपनी पर विधि सम्मत कार्यवाही करेगी?
क्या प्रखर राष्ट्रवाद न्यूज ( वेबपोर्टल)में खबर प्रकाशन के पश्चात् बालको कंपनी पर नगर वासियों को उम्मीद करनी चाहिए कि बालको कंपनी लोगों की तमाम तकलीफों को ध्यान में रखकर कार्य/कंपनी का विस्तार करेगी?
क्या बालको कंपनी इंतज़ार कर रही है कि बालको के नगरवासी कंपनी के मनमाना रवैए से तंग होकर लामबंद हों?
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