April 15, 2025

Prakhar Rashtravad NEWS

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श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन भागवत मर्मज्ञ साध्वी पूर्वी शुक्ला ने भगवान श्री कृष्ण के रासलीला व रुक्मणि विवाह का किया वर्णन

प्रखर राष्ट्रवाद न्यूज बिलासपुर छग -: व्यापार विहार बिलासपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन की कथा प्रारंभ करते हुए कथा वाचिका सुश्री साध्वी पूर्वी शुक्ला ने भगवान की अनेक लीलाओं में श्रेष्ठतम लीला रास लीला का वर्णन करते हुए बताया कि रास तो जीव का शिव के मिलन की कथा है। यह काम को बढ़ाने की नहीं काम पर विजय प्राप्त करने की कथा है। इस कथा में कामदेव ने भगवान पर खुले मैदान में अपने पूर्व सामर्थ्य के साथ आक्रमण किया है लेकिन वह भगवान को पराजित नही कर पाया उसे ही परास्त होना पड़ा है रास लीला में जीव का शंका करना या काम को देखना ही पाप है गोपी गीत पर बोलते हुए कथा व्यास विदुषी साध्वी पूर्वी शुक्ला ने कहा जब तब जीव में अभिमान आता है भगवान उनसे दूर हो जाते है लेकिन जब कोई भगवान को न पाकर विरह में होता है तो श्रीकृष्ण उस पर अनुग्रह करते है उसे दर्शन देते है।

साध्वी पूर्वी शुक्ला ने भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणि के साथ संपन्न हुआ लेकिन रुक्मणि को श्रीकृष्ण द्वारा हरण कर विवाह किया गया। इस कथा में समझाया गया कि रुक्मणि स्वयं साक्षात लक्ष्मी है और वह नारायण से दूर रह ही नही सकती यदि जीव अपने धन अर्थात लक्ष्मी को भगवान के काम में लगाए तो ठीक नही तो फिर वह धन चोरी द्वारा, बीमारी द्वारा या अन्य मार्ग से हरण हो ही जाता है। धन को परमार्थ में लगाना चाहिए और जब कोई लक्ष्मी नारायण को पूजता है या उनकी सेवा करता है तो उन्हें भगवान की कृपा स्वत ही प्राप्त हो जाती है। श्रीकृष्ण भगवान व रुक्मणि के अतिरिक्त अन्य विवाहों का भी वर्णन किया गया। 6 वें दिन की कथा में भक्तों की आज भारी भीड़ ने कथा के साथ आकर्षित करने वाली झांकी व तमाम भजनों में नृत्य किया।मुख्य आयोजन करता अनूप श्रीवास व्यापार विहार बिलासपुर हैं।